- 217 Posts
- 243 Comments
पिछले दिनों एक फिल्म आई थी “स्टूडेंट ऑफ द ईयर” जिसमें स्टूडेंट पढ़ाई के अलावा सब करते हुए दिखाई दिए थे. इस फिल्म में मानों स्टडी नहीं फैशन पर फोकस किया गया था. उसी तर्ज पर कुछ हद तक आपको “रेस 2” भी नजर आएगी. एक्शन और थ्रिलर के बीच ग्लैमर का ऐसा तड़का डाला गया है कि सारा जायका ही ग्लैमरस हो गया है.
हालांकि रेस 2 की कहानी और अभिनेताओं का अभिनय देखने के बाद यह कहना कि फिल्म खराब है बहुत गलत होगा क्यूंकि इस फिल्म में सितारों ने वह सब करने की कोशिश की है जो कहानी की जरूरत थी. बेहतरीन एक्शन हीरोज, थ्रिलर कहानी और ग्लैमरस गर्ल्स एक मूवी को इससे अधिक क्या चाहिए? आइए एक नजर डालें रेस 2 की कहानी और समीक्षा पर.
Read: कहानी प्यार और धोखे की
रेस 2 की कहानी
फिल्म के पहले हिस्से में ही आपको पहला राज पता चलता है कि आखिर यह रेस शुरू क्यूं हुई है. इस हिस्से में आपको एक कार को बम विस्फोट से उड़ते हुए दिखाया गया है. इसमें रणवीर सिंह (सैफ अली खान) और उसकी पत्नी बिपाशा बसु होते हैं. उनको मरवाने का काम अरमान मलिक (जॉन अब्राहम) ने किया होता है. अब रणवीर सिंह अपनी बीवी की मौत का बदला लेने के लिए अरमान मलिक के पीछे पड़ जाता है. अरमान मलिक एक पैसे वाला आदमी है. रणवीर अरमान से नजदीकियां बढ़ा उसका विश्वास जीतता है. जल्द ही दोनों मिलकर काम शुरू करते हैं. अभी तक अरमान को यह नहीं पता होता कि रणवीर सिंह उसकी करतूत जानता है और उसे बर्बाद करने के लिए ही खेल कर रहा है.
इसी बीच फिल्म में आपको सैफ की हाफ सिस्टर एलीना (दीपिका पादुकोण) और उसकी प्रेमिका अमीषा (जैकलीन फर्नांडीज) कभी इस पाले तो कभी उस पाले दिखती हैं. दोनों कभी जॉन तो कभी सैफ के साथ नजर आती हैं. यह एक ऐसी रेस है जहां कोई किसी का नहीं है. फिल्म में लोग एक्शन से बोर ना हों इसलिए बीच-बीच में अनिल कपूर और अमीषा पटेल के द्विअर्थी संवादों को शामिल किया गया है. अब अंत में रेस कौन जीतेगा और विजेता के साथ कौन होगा यही देखने वाली चीज है.
Read: मटरू की बिजली का मंडोला
फिल्म समीक्षा
आज दर्शक जरूरत से ज्यादा फैंटसी को पचा नहीं पाते और इसका परिणाम क्या होता है यह रा-वन के निर्माता जानते हैं लेकिन लगता है अब्बास-मस्तान ने इससे कोई सीख नहीं ली. हत्या और चोरी करने के बाद भी जॉन और सैफ एक देश से दूसरे देश बड़े आराम से घूमते हैं. अधिक स्टाइल के चक्कर में रेस-2 के निर्देशकों ने जमीन से जुड़ने की कोशिश नहीं की है.
अभिनय की बात करें तो अभिनय के नाम पर चेहरे के हाव-भाव आपको अधिक देखने को मिलेंगे. हां, अगर आप जॉन और सैफ की मॉडलों जैसी बॉडी देखना चाहते हैं तो आपके लिए फिल्म बेहतरीन है. और सिर्फ जॉन और सैफ की क्यूं दीपिका और जैक्लीन ने भी अपने मॉडलिंग अनुभवों का भरपूर उपयोग किया है. आपको डायलॉग बहुत कम सुनने को मिलते हैं और जो डायलॉग हैं वह भी अधिकतर अनिल कपूर ने बोले हैं. अभिनय की बात करें तो सभी ने अपनी औपचारिकता निभाई है लेकिन हां, फिर भी सभी ने जितनी जरूरत थी उतने काम को पूरा किया है.
फिल्म का सबसे बड़ा प्लस-प्वॉइंट इसके स्टंट और गीत रहे. इसमें कोई दो राय नहीं कि युवाओं को यह फिल्म आकर्षित करेगी.
(फिल्म रेटिंग:***)
Also Read:
Tag: race 2, race 2, race 2 story, race 2 movie preview in hindi, रेस 2, रेस 2 फिल्म समीक्षा, सैफ अली खान, अब्बास मस्तान, दीपिका पादुकोण, समय ताम्रकर, बॉलीवुड Race 2 Movie Review,Race 2 Movie Review
Read Comments