- 217 Posts
- 243 Comments
निर्माता : यशराज फिल्म
निर्देशक : मनीष शर्मा
कलाकार : रणवीर सिंह, अनुष्का शर्मा, रेवांत शेरगिल
संगीत : सलीम मर्चेंट और सुलेमान मर्चेंट
रिलीज डेट : 10 दिसम्बर 2010
टाइप : ड्रामा
रेटिंग : *** तीन स्टार
दिल्ली के रंग बिट्टू और श्रुति के संग
कहानी
बिट्टू शर्मा (रणवीर सिंह) और श्रुति कक्कड़ (अनुष्का शर्मा) दिल्ली विश्विद्यालय के छात्र हैं. दोनों मिलते हैं और शुरुआती तकरार के बाद दोनों में दोस्ती हो जाती है. दोनों की राय है कि अगर पार्टनरशिप में बिजनेस किया जाए तो दोस्ती गहरी होती जाती है. इसलिए वह एक साथ शादी मुबारक नाम से कंपनी खोलते हैं. शादी मुबारक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी है जो शादी ऑर्गनाइज करती है. पहले दोनों छोटी-छोटी शादी ऑर्गनाइज कराते हैं. समय के साथ-साथ उनका बिजनेस भी बड़ा होने लगता है और छोटी सी कंपनी बड़ी हो जाती है जिसे बड़ी-बड़ी शादी ऑर्गनाइज करने को मिलती है. लेकिन तभी दोनों की दोस्ती अलग मोड़ लेती है और फिर शुरू होता है दोनों के बीच परेशानियों का दौर.
समीक्षा
कुछ समय से दिलवालों की दिल्ली को अलग-अलग निर्देशकों ने अपने-अपने ढंग से पेश किया है. राकेश ओम प्रकाश मेहरा से लेकर दिबाकर बनर्जी ने अपनी- अपनी फिल्मों में दिल्ली के अलग-अलग रंग दिखाए जिसे सबने सराहा. कुछ इसी तरह का प्रयोग बैण्ड बाजा बारात के निर्देशक मनीष शर्मा ने भी करने की कोशिश की है जिसमें वह सफल भी रहे हैं. हिंदू कॉलेज की स्टूडेंट लाइफ, दिल्ली की छोटी बड़ी शादियां सभी दिल्ली के अलग-अलग मूड दर्शाते हैं.
फिल्म के संवाद हबीब फैसल ने लिखे हैं जिसे सुन कहना पड़ेगा कि वाकई बोली दिल्ली की है जिसमें सभी बारीकियों का ध्यान रखा गया है. अभिनय के मामले में दोनों की अच्छी केमिस्ट्री दिखाई है, लेकिन कहीं-कहीं कुछ कसर रह जाती है. फिल्म का संगीत औसत है, जिसमें भांगड़ा का तड़का मिला हुआ है.
अगर आप बैण्ड बाजा बारात को दिल्ली की ज़ुबानी देखेंगे तो आप को फिल्म अच्छी लगेगी. जिसमें हंसी-मज़ाक और ड्रामा का तड़का है जो आपके दिल को धक-धक करने को मजबूर कर देगा. लेकिन अगर आप फिल्म को एक लव स्टोरी की तरह देखेंगे तो यह फिल्म आपके लिए नहीं है.
भले यह फिल्म इस वर्ष की सबसे अच्छी फिल्म न हो, लेकिन फिर भी यह फिल्म पैसा वसूल है जिसे देखकर आप बोर नहीं होंगे.
Read Comments